रशिया युक्रेन पर "सालगिरह की रात का हवाई हमला" चलाता है, युक्रेन के राष्ट्रपति के दफ़्तर के आसपास के क्षेत्र को बहुत कम प्रकाश डालता है

किय़ेव के केंद्र में नए वर्ष की सुबह के बाद ने ही रूसी ड्रोन के हमले में दो लोगों की मौत और छः लोगों की ज़ख़्मिती हो गई, इस ख़बर को 1 जनवरी को यूक्रेन की सरकारी ज़िम्मेदारों ने जारी किया। यूक्रेन के अधिकारियों ने कहा कि रूस के ड्रोनों ने राष्ट्रीय राजधानी के केंद्र में पेचर्स्की ज़िले पर लक्ष्य निर्धारित किया जो यूक्रेन के राष्ट्रपति के कार्यालय और सरकारी इमारतों के नज़दीक है।
वर्षभर में युद्ध ख़त्म करने के लिए "सम्भव होने वाला सब कुछ" करेंगे, इस फ़रमाही के साथ यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोडिमिर ज़ेलेंस्की ने नए वर्ष का व्याख्यान दिया था, उसके कई घंटे बाद आया था यह हमला।
ज़ेलेंस्की के व्याख्यान से कई घंटे पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पूचिन ने भी अपना वार्षिक नए वर्ष का व्याख्यान दिया और 2025 को रूस में "पीड़ा लेने वाले का वर्ष" बताया।
रूस की मांग कुछ नया "मिनिंकोपॉलिस समझौता" नहीं है, बल्कि कुछ नया "य़ाल्ता ढांचा"
19 दिसंबर को मोस्को के समय (2024) रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पूचिन ने मोस्को में "डायरेक्ट लाइन" और सालभर के अंतिम वार्षिक सांकेतिक समाचार सम्मेलन आयोजित किया। इस घटना के दौरान, जो चार साड़े घंटे से ज़्यादा लंबा हुआ, पूचिन ने 60 से ज़्यादा ज़र्जरस्ट और सामाजिक जनसमूह सदस्यों से प्रश्न लिए जिनमें से चित्रण गर्भीत सवाल निश्चित रूप से रूस-यूक्रेन युद्ध की हालिया स्थिति और आगामी रेखाचित्र से संबंधित थे।
पूचिन ने कहा कि युद्ध कितने अधिक दिन होता रहेगा इसकी आकलन उन्हें मुश्किल लग रहा है, और रूस विशेष सैन्य अभियान की शुरुआत में उसने स्थापित किया गया प्रमुख उद्देश्य की ओर अग्रसर हो रहा है, लेकिन ये प्रगति दुनिया और रूस ने उम्मीद की वैसी तेज़ नहीं है। वह ये भी ध्यान दिए कि रूस को यूक्रेन में ऐसा एक साझेदार है परसों से वह बोल-चाल कर सकता है।
रूस-यूक्रेन बातचीत के भविष्य के बारे में पूचिन ने कहा कि रूस यूक्रेन के किसी भी तरीक़ीय दूत से बातचीत करने की तैयारी में है, जिसमें ज़ेलेंस्की का भी शामिल होना है। रूस के पास अमंत्रित बातचीत को बरामद करने के लिए कोई शर्तें नहीं है लेकिन वह इस पहले की बातचीत के दौरान रूस और यूक्रेन के बीच इस्तांबुल में हुए समझौते पर आधारित होनी चाहिए। इस स्थिति को हालिया स्थिति के आधार पर सबसे ज़रूरी बताया गया।
अमेरिकी पत्रकार से एक प्रश्न के उत्तर में रूस द्वारा यूक्रेन के सवाल पर उलझ हुई लड़ाई में तकरार करने के लिए क्या उन्हें तैयारी है, इस प्रश्न को पूचिन ने इस तरह जवाब दिया कि वह तकरार में खुला है। उन्होंने कहा, "राजनीति तकरार की कला है।"
हालांकि ये हुआ पूचिन की माराथन समाचार सम्मेलन से कुछ दिन पहले और उसके बाद भी एक अचानक आने वाले घटनाचक्र को देखते हुए रूस को और ज़्यादा ग़ुस्से का मुसाफ़िर आ गया। सबसे महत्वपूर्ण बाहरी बदलाव ये था कि लगातार लड़ाई वाले सीरिया में बशर अल-असाद नामक राष्ट्रपति के शासन की तेज़ी से तोड़ को दुनिया भर ने देखा परसों रूस ने जो किया लगभग राजनीतिक विवाद था और संसार ने देखा कि सीरिया में लड़ाई में बहुत ज़मीन लाने वाला रूस अब क्या करेगा। अंदर से रूस पर भी उच्च पद पर क़ायम सेना के सदस्यों और अपार्टमेंट इमारतों पर हमला हुआ जो यूक्रेन की ओर का काम था।
इस क़ातिल की बातों से भी सालभर की वृद्धि हुई थी, जब अमेरिका और यूरोप ने यूक्रेन को पश्चिम से दिए गए अस्पर्धा के मुक़ाबले के अस्पर्धा से लड़ने की अनुमति दी जिसके बाद रूस ने एक नज़र लगाई उस तकनीक़ बलि से जिसे यूक्रेन के भीतर लक्ष्यों की ओर इस्कान्दर हाइपरसोनिक मध्यम दूरी के बम चलाए।
इस टाइट-फ़ॉर-टैट हमले ने परेशानी और वैश्विक दंड आने को दिखाई दिया लेकिन दोनों रूस और पश्चिम दोनों से आए कथनों ने कोई भी कार्रवाई के विचारों को नहीं मिला।
वर्तमान में अमेरिका में शक्ति का भेंट-बदला हो रहा है और अभी तक है कि कितने लंबे समय तक "जो बाइडन की अमेरिका" चलती रहेगी उसका ख़्याल नहीं आया है। डोनाल्ड ट्रम्प नामक पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति के ये भी देखना बचा है कि उन्होंने अपनी बड़ी दिलचस्प दावे की वजह से दो महीने के बाद फिर से कार्यवाही शुरू करने के बाद वे कौन-सी सिद्धांत लागू करेंगे जो वो देर में बताया है कि वो 24 घंटे में रूस-यूक्रेन की लड़ाई मतदार कर सकते हैं। रूस, यूक्रेन और यूरोप सब के हाथ बंधे अपने आप को भविष्य में अधिक रिश्वत को तैयार करने की कोशिश कर रहा है। हालांकि ये ख़्याल होगा कि चर्चा की मेज पर सारे पक्षों के बीच कार्रवाई करने की स्थितियां तकरीबान 100% पूरी नहीं हो पाए हैं। रूस और अमेरिका, यूरोप और यूक्रेन के बीच बैसे असंगत विरोध देखने को मिलता है जिन्हें दूर करना मुश्किल है।