इतिहास का फैसला लेकर 2024 की फिर से चुनावी दलीप छोड़ने के बाद जॉ बाइडन का आत्मकथा

इतिहास का फैसला लेकर 2024 की फिर से चुनावी दलीप छोड़ने के बाद जॉ बाइडन का आत्मकथा

अमेरिका के संसदीय केंद्र (कैपिटल) के उन ही चरणों पर 6 जनवरी 2021 को बदमाशों द्वारा चूरमूर कर दिए गए थे, जिनसे चलने वाले सप्ताहों में ही जॉ के बाइडन को राष्ट्रपति रूप से शपथ ली गई थी, जिनके लिए एक विभाजित, बीमार और नीरस देश की सबसे जल्द से जल्दी की ज़रूरतों ने कार्य करने पर उन्हें आह्वान किया था।

वह बोले, " हम काम करेंगे, यह जानते हुए कि समय, बाढ़ और इतिहास हम पर हैं। हम सुगमता और उत्तेजना के साथ आगे बढ़ेंगे क्योंकि हमें इस प्रकोप के शीत के दौरान करने का काम बहुत बचा हुआ है।"

उनकी शपथ लेने से एक दिन पहले, बाइडन ने कोरोनावीरस से 400 हजार लोगों के मारे जाने के दुखद पृथक्क चिट्ठी दर्ज की थी। छह सप्ताह से भी कम समय में मौतों की संख्या 500 हज़ार पर पहुंची थी, और विफल हुए लोगों को याद करते हुए उनके विचारों में वह इस बार इन्हें अपना कर दिया था, जिसमें उत्साहक और दयालुता का स्तर उनकी राजनीतिक ज़िंदगी में अपना अंकनाकर था।

उन्होंने कहा, "ये पृथ्वी पर कोई अन्य देश की तुलना में इस वीरस से निकल जाने वाले अधिक ज़िंदगियां हैं। सुधार करने के लिए हम उन्हें याद करने चाहते हैं। मुझे पता है कि ये कठिन है। अपनी याददारी ज़रूरी है, मैं ज़रूरी है, मैं ज़रूरी है।"

पंडेमिक (पूरे देश या सारा मानव जाति को संक्रमित करने वाला रोग) उस दिन जितना बाइडन को समझने को मिला था, उससे भी अधिक नष्टकारक साबित हुआ। बाइडन के दौरान कोरोनावीरस ने 7 लाख से भी ज़्यादा अमेरिकी नागरिकों को मार दिया। यह होने से ठीक 2024 के डेमोक्रेटिक प्राइमरी में सवालों का नाम लेने जहां से शुरू होता है, उसके साथ ही उनकी उम्र ही पूरी तरह से राजनीतिक लक्ष्य बन गई। उनका प्राइमरी में विपक्ष उप राष्ट्रपति के मामले में कमाला हैरिस थीं, जिन्होंने वीरस और उनकी उम्र का इस्तेमाल करके बाइडन को नागरिकों से अलग कर दिया। उनके निर्णय की ही दिनों पहले बाइडन को सीडी ओवर (COVID-19) से लड़ना पड़ा था। प्राइमरी के अंतिम सप्ताहों में वीरस ने उन्हें स्वयं अलग होने की ज़रूरत पेश की और फ़िलाडेल्फिया में उन्हें एक कैंपेयन आउटपेयरेंस (समारोह) रद्द करने पर भी भरोसा किया।

सीडी ओवर से (COVID-19) लड़ने के समय उनके शरीर पर लगी हुई लकीरें बाइडन के अचानक ऐसा घोषणा करने का कारण थी, कि वह दोहरी चुनाव की तरफ़ नहीं रुकता हैं। उन्होंने इस घोषणा को सोशल मीडिया पर की थी, बजाय वह करने के बजाय। जब बाइडन ने पिछली बार बड़ी राजनीतिक घोषणा की थी, तभी उन्होंने एनबीसी के 'लेट नाइट विथ डेविड लेटरमन' के दर्शकों को बताया था कि वह 2016 के राष्ट्रपति चुनावों में नहीं जीतने के कारण उनके बेटे बीउ की हाल ही में हुई मौत को इरादा दिया।

जिन्होंने सदा लड़ाई की रिवाज का अनुकरण किया है, बाइडन 1942 में जन्मे थे, जो 1993 के बाद वृहद अनुक्रम पीढ़ी (बेबी बूमर) से पहले जन्मी पहले राष्ट्रपति और कभी भी सबसे बूढ़े राष्ट्रपति थे जिन्हें विशेष स्थान दिया गया। उन्हें पेन्सिल्वेनिया के स्क्रैंटन से एक श्रमिक वर्ग के परिवार में परितोष किया था। जब आर्थिकी में ख़राबी हुई और उनके पिता को नौकरी नहीं मिली, तो परिवार डेलवेयर चला गया।

उसी डेलवेयर में ही उनके पिता ने बाइडन को तेजी से बढ़ने के मूल्यों को दिया था।

वह बार-बार कहते थे, "मेरे पिता को एक अभिव्यक्ति थी। वह कहते थे, जोय, इसका सवाल सफ़ल होने को नहीं है, सवाल यह नहीं है कि क्या आपको डाउन किया जाएगा, बल्कि यह सवाल है कि आपको उठने मे कितनी तेजी से लगे रहें।

और ये वो मूल्य है जो मुझे उठने के लिए बात बना चुका है।"

उन्होंने फ़ुटबॉल खेला, 1965 में डेलवेयर विश्वविद्यालय से पढ़ाई पूरी की और लॉ विश्वविद्यालय के लिए सिरेक्यूज़ विश्वविद्यालय में जाया।

तीन साल पहले, 23 वर्ष की उम्र में वह एक राजनेता के तौर पर अपना नाम बनाने लगे थे, और इलेक्शन में न्यू कैसल काउंटी काउंसिल के लिए उन्हें अफ़रारी जीत मिली थी। वह वहां एक स्थानीय स्टार थे, जहां राजनीती स्थान पर कोई ऐसे बड़े चरित्रों द्वारा नियंत्रित हुए थे, जो नागरिकों से आनंद लेते थे और शराब पीते थे।

उन्होंने टिप्पणी की, "मुझे लगता है कि मेरे जीतने का एक कारण यह है कि वहां मेरे बारे में अधिक भरोसा है, क्योंकि वह जो बात बोलूंगा वो मेरा आमना सामना होगा।"

1972 के गर्मी के महीनों में बाइडन ने अमेरिकी सीनेट के लिए रन किया, जो एक लॉंग शॉट (लंबी संभावना) 29 साल का एक ऐसा व्यक्ति था, जिसका ऐतबार करने वालों का तरीका था ऐतबार करने वालों का तरीका था।

वह न्यू कैसल काउंटी के वोटरों से कहते थे, "अगर आपको जो मैं दिखाता हूं उसे पसंद आता है, तो मुझे मदद करें। और अगर नहीं आता है, तो दूसरे साल को वोट दें।"

चार महीने बाद दुखद घटनाएँ हुई। जॉ के बाइडन जूनियर और उनकी पत्नी निलिया के पास तीन छोटे बेटे थे: हंटर, 12; बीयू, 9; और नौमी, 1।

18 दिसंबर को जब स्कूल के बाद चलने वाले ही दौरान उन्होंने अपना पत्नी, नौमी के साथ कार में बैठ कर अपने बेटों के स्कूल से बाहर निकलने का इंतज़ार किया, तभी एक ड्राइवर ने अपनी कार का नियंत्रण खो दिया। बाइडन की पत्नी और बेटी की हत्या हो गई, और उनकी कार के वह पेड़ से टकरा जाने की इस बात से अचानक नौमी को मर जाना पड़ा।

बाइडन के दो बेटे उनके पीछे की कार में थे; बीयू को गलती से गर्दन टूट गई,