ट्रמפ पर छिपी बंदूकी चलाते हुए प्रधानमंत्री ओबामा ने ऐसे नेताओं के ख़िलाफ़ इंक़ार को बढ़ावा दिया जिन्होंने 'भय और नफ़रत का ज़िम्मेदारी' बढ़ाई

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर भी अपरिच्छिन्न तौर पर हिचकिचाना दिखाने वाले एक निंदानाकार रूप से मोहाम्मद ओबामा ने शनिवार को टेक्सास के एल पासो में हुए हमले पर जो क़हीं कुछ क़हा है वह ये है कि एलपासो में लैटिनो को शीर्ष कर रहे क्षेत्र में दुकान पर हुए हमले से पहले उस हिंसक जीवन संकट और दोषारोप को फैलाते हुए या वर्ण नीति के आनंद देंट कर रहे किसी भी शीर्षक नेता के मुख से संचार जो संपूर्ण विश्व तथा यहाँ अमेरिका में भी हुए इतिहास की ज्यादातर मानव दर्द ने मूल बना हुआ है, उस संचार को ज़रूर सही तरीके से नकारना चाहिए।
"जिन नेताओं ने ऐसा कर लिया है, जो हमारे ऐसे लोगों को दानव बना दिया है, जो हमसे ऐसे नहीं दिखते हैं, वे लोग जो कि आयकर, आवास, भोजन भी शामिल करके अन्य लोगों को हमारे लिये मानसिक चिंता करने वाला हिंसक भावनाओं के सामने खड़ा कर दिया है, वे लोग जो कि अन्य लोगों को विक्रमी और लोकप्रिय बना दिया है या अमेरिका तो वो केवल एक निश्चित प्रकार के लोगों का है, यह कहकर जो हमसे भिन्न तरह लोगों को विक्रमी और लोकप्रिय बनाने का मकसद किया है, वे लोगों से जो हमें नकार ज़रूर देना चाहिए, ज़रूर, ज़रूर," ओबामा ने सोमवार को शाम को अपने ट्वीट से ज़रा पहले जिस दीवानी को ट्वीट कराने वाले थे, उन्होंने अपने उसी दीवानी में ऐसा कहा था।
उन्होंने ये भी ज़रूर कहा "इस तरह का संचार नया नहीं है-यह हमारी सरकारी विधि और सार्वजनिक जीवन में कोई जगह नहीं है, और अब ऐसे काफ़ी संख्यामान अमेरिकियों को बोलना चाहिए जो उत्तम इच्छा रखते हैं, हर एक वर्ण, धर्म और राजनीतिक पार्टियों के सदस्य इस बात को ज़रूर बोलें जो स्पष्ट और साफ़ होकर कहें, कि वह नहीं आनेवाला है, बिल्कुल नहीं"।
टेक्सास में हुए हमले के साथ ही ओहायो के डेटियन में सोमवार की सुबह हुए हमले से क्षीणतम 31 लोगों की मौत और दशों की ज़ख़मिशों का विषय हो गया है।
प्रमुख विधि विधान कार्यकर्ता ने NBC समाचार को बताया कि सुबह को ही एल पासो में हुए हमले से थोड़ा समय पहले धांधा लेते हुए हिंसक के लिए पहचान की गई 21 साल के व्हाइट मेन जिन्होंने टेक्सास के क़रीब डेलास इलाके से क़हीं कुछ लिखा है उन्होंने आम इंद्रियों के सामने अमेरिका में यूरोपीय पहचान को संरक्षित करने के बारे में बातें की थीं।
ओबामा ने विधि विधान एजेंसियों और इंटरनेट कंपनियों से कहा कि "वे बेहतर रणनीतियां विकसित करें जिनसे शुरुआत से ही ऐसे वैरगी चरमपंथियों का नुक़सान होकर भी नहीं होता कि जिन्होंने जैसा एल पासो में हुआ उन स्थानों पर गोलियाँ चलाई जाने को छोटा माना है।"
ओबामा ने लिखा "ये संकेत है कि एल पासो में हुए हिंसक हमले से एक हिंसक चरमपंथ लिए रहे हैं जिन व्यक्तियों ने जिज्ञासुता से रगड़कर वर्ण नीति की विचारधाराओं को संग्रह कर लिया है वे व्हाइट चरमपंथियों को जानने के लिए बंधक किये गए हैं और जिनको भी आपत्ति करते हुए वर्ण नीति की सलाह वाले विकल्प संयुक्त क्षेत्र के साथ भी जुड़ा दिया है।
"जैसे इसीसे (ISIS) और अन्य विदेशी आतंकवादी संगठनों के अनुयायी वे लोग एक अलग तरीक़े से तरक़ीब बना लेंगे, लेकिन एक व्हाइट नेशनलिस्ट वेबसाइट्स जिन्हे इंटरनेट पर जारी रखा जा रहा है इससे उसके रूप में होकर ज़रूर चरमपंथी हो जायेंगे।"
ओबामा ने एक दूसरा समय भी अधिक कठोर बंदूक नियंत्रण कानूनों के लिए अपनी आवश्यकता कह दी और कहा कि "उक्त साक्ष्यों से पता चलता है कि वे कुछ मार कर रोकने में सक्षम हैं।"
उन्होंने लिखा "वे कुछ परिवारों को दिल का दर्द से बचाएंगे, हमारे पास यहाँ निर्बल नहीं हैं।"